Pawan Singh : जब पवन सिंह को इन नीतीश अधिकारियों से समर्थन मिला, तो जेडीयू ने तुरंत कार्रवाई की, जिससे राजनीतिक अशांति बढ़ गई

Pawan Singh : करकाट में कुछ जेडीयू नेताओं को पवन सिंह का समर्थन करना महंगा पड़ा है. पार्टी से निकाले जाने को लेकर जदयू जिलाध्यक्ष ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखा है. आपको बता दें कि इस सीट से एनडीए के उपेन्द्र कुशवाहा मैदान में हैं. उनकी जगह कई स्थानीय नेताओं ने निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह का समर्थन किया है.

May 5, 2024 - 18:01
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Pawan Singh : जब पवन सिंह को इन नीतीश अधिकारियों से समर्थन मिला, तो जेडीयू ने तुरंत कार्रवाई की, जिससे राजनीतिक अशांति बढ़ गई
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काराकाट, Bihar Politics In Hindi: आगामी काराकाट लोकसभा चुनाव में खड़े निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन करना जदयू नेताओं को महंगा पड़ गया. रोहतास जिले के अध्यक्ष अजय सिंह कुशवाहा ने प्रदेश अध्यक्ष को लिखे पत्र में कुछ नेताओं को पार्टी से निकालने की अनुशंसा की है.

पत्र में जिलाध्यक्ष ने स्पष्ट किया है कि अभिनेता से राजनेता बने पवन सिंह को जिला महासचिव सूरज पासी, मुखिया सूर्यवंश सिंह और राजपुर प्रखंड अध्यक्ष झुना सिंह ने पहचाना था.

भोजपुरी फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता पवन सिंह ने बिहार की करकट सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने अभी इस लोकसभा जिले में रोड शो किया. इसमें कई नेताओं को एक्शन में दिखाया गया.

भाजपा ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से टिकट की पेशकश की, लेकिन भोजपुरी सेलिब्रिटी ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए टिकट वापस कर दिया। इसके बाद उन्होंने काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का इरादा जाहिर किया।

लोकसभा चुनाव में काराकाट से पति की जीत का श्रेय पत्नी स्नेहलता ने लिया. आरएलएम सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाह की पत्नी स्नेहलता ने अपने पति को लोकसभा सीट जिताकर संसद पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। स्नेहलता कुशवाह लगातार आसपास के समुदायों में भ्रमण कर जनसंपर्क कर रही हैं।

वह बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर रणनीति भी बना रही हैं. स्नेहलता का दावा है कि वह एनडीए की उपलब्धियों को उजागर करके महिला मतदाताओं से पूर्व केंद्रीय मंत्री का समर्थन करने का आग्रह कर रही हैं। उनके मुताबिक, इस चुनाव में महिलाएं ही एकमात्र उम्मीदवार हैं।

उपेन्द्र कुशवाह ने उन्हें दिए गए गैस सिलेंडर के चुनाव चिन्ह के संदर्भ में कहा कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं गैस सिलेंडर के महत्व को बेहतर ढंग से समझने में सक्षम हैं। केंद्र सरकार ने गरीब महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए देश के हर घर में सिलेंडर पहुंचाया है। केंद्र में प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी का यह तीसरा कार्यकाल होगा।

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